अपराधी सोशल मीडिया
- अखलाक खान
- Jul 15, 2017
- 1 min read
इंटरनेट पर सेक्सटॉर्शन करने के मामले बढ़ते चले जा रहे हैं। दूसरों के न्यूड फोटो चुराने के बाद उन्हें ब्लैकमेल करने और इस तरह का और कॉन्टेंट या पैसे मांगने को सेक्सटॉर्शन कहते है। सेक्सटॉर्शन का मतलब हुआ- किसी के कंप्यूटर में सेंध लगाकर सेक्सी पिक्चर या विडियो चुराना या फिर वेबकैम से ऐसा करना। फिर इस कॉन्टेंट के जरिए विक्टिम को ब्लैकमेल करना, उससे फिरौती मांगना इत्यादि। विक्टिम की तस्वीर चुराने और फिर और ज्यादा डिमांड करने के लिए अपराधी सोशल मीडिया को इस्तेमाल करते हैं। इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं। इस तरह के कितने मामले सामने आते हैं, इसका रेकॉर्ड कोई एजेंसी या ग्रुप नहीं रखता। ब्रुकिंग्स इंस्टिट्यूशन ने कहा कि उसने हाल ही के सालों में 78 ऐसे केसों को स्टडी किया है, जो सेक्सटॉर्शन की परिभाषा के तहत आते थे। इन 78 मामलों की सुनवाई अमेरिका के 29 राज्यों और क्षेत्रों में हुई थी और 3 मामले विदेशी न्यायाधिकार के थे। 'इंटरनेट की वजह से किसी को सेक्शुअली धमकाने या डराने के लिए एक ही देश में होना जरूरी नहीं है।' सेक्सटॉर्शन के शिकार लोगों में ज्यादातर कम उम्र के होते हैं। इस तरह के अपराध को अंजाम देने वाले क्रिमिनल्स में ज्यादातर पुरुष ही होते हैं। व्यस्क विक्टिम्स में महिलाओं की संख्या ज्यादा होती है। इस तरह के हमलों के शिकार हुए लोग शर्म की वजह से चुपचाप रह जाते हैं। इस पर लगाम लगाने के लिए अलग से एक कड़ा कानून बनना चाहिए, जिसमें सेक्शुअल अबयूज़, एक्टॉर्शन, चाइल्ड पॉर्नॉग्रफी वगैरह को शामिल किया जाना चाहिए।
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