देश के 14वें राष्ट्रपति बने कोविंद के बारे में कुछ दिलचस्प बाते
देश के 14वें राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद रामनाथ कोविंद ने कहा है कि वह सर्वे भवन्तु सुखिनः की भावना से काम करेंगे। उन्होंने संविधान की रक्षा और मर्यादा बनाए रखने का भरोसा दिया। कोविंद ने संक्षिप्त और भावुक भाषण में मीरा कुमार को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और गरीबी में बिताए अपने बचपन को भी याद किया। जीत की औपचारिक घोषणा के बाद मीडिया के सामने आए कोविंद ने कहा, 'जिस पद का गौरव डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, एपीजे अब्दुल कलाम और प्रणव मुखर्जी जैसे विद्वानों ने बढ़ाया उस पद पर रहना मेरे लिए गौरव की बात है और यह मुझे जिम्मेदारी का अहसास करा रहा है।'
कोविंद ने मीरा कुमार को 3 लाख 34 हजार 7 सो 30 वोटो से हराकर देश के 14वें राष्ट्रपति बने ।
आइये जानते है कोविंद के बारे में कुछ दिलचस्प बाते ः-
1. एक अक्टूबर, 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में जन्मे रामनाथ कोविंद तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। कानपुर कॉलेज से लॉ की डिग्री हासिल करने के बाद वह UPSC की तैयारी के लिए दिल्ली आए। तीसरे प्रयास में उन्हें सफलता मिली। हालांकि, अलाइड सर्विस में सिलेक्शन के कारण उन्होंने आगे लॉ के फील्ड में अपना करियर जारी रखने का फैसला किया।
2. कोविंद की राजनीति में एंट्री 1994 में हुई, जब वह उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए। 2006 तक वह दो बार संसद के ऊपरी सदन के सदस्य रहे।
3.कोविंद की पत्नी का नाम सविता कोविंद है। कोविंद दो बच्चों के पिता हैं। उनके बेटे का नाम प्रशांत और बेटी का नाम स्वाति है।
4. पेशे से वकील कोविंद ने दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस की है।
5. कोविंद ने अक्टूबर 2002 में संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित किया था।
6. कोविंद, पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सचिव भी रह चुके हैं। बीजेपी ने उन्हें अपना राष्ट्रीय प्रवक्ता भी नियुक्त किया था।
7. 8 अगस्त, 2015 को रामनाथ कोविंद बिहार के गवर्नर नियुक्त किए गए थे।
8. वह बीजेपी दलित मोर्चा के अध्यक्ष पद की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वह ऑल इंडिया कोली समाज के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने IIM-कोलकाता में SC/ST वर्ग का भी प्रतिनिधित्व किया है।
9. रामनाथ कोविंद लखनऊ स्थित डॉ. बी.आर.आम्बेडकर यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के सदस्य भी रह चुके हैं।
10. उनके व्यक्तित्व की एक खास बात यह है कि उन्होंने अपने पैतृक घर को बारात घर और सामुदायिकZ भवन के लिए दान कर दिया था।